PM Kusum: किसानों की कमाई पर जालसाजों की नजर, सरकार ने फर्जी वेबसाइट्स से किया अलर्ट
PM Kusum: किसानों की आमदनी बढ़ाने के मकसद से मोदी सरकार की तरफ से शुरू की गई सोलर पम्प स्कीम पर किसानों से धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं.
(Representational Image)
(Representational Image)
PM Kusum: किसानों की आमदनी बढ़ाने के मकसद से मोदी सरकार की तरफ से शुरू की गई सोलर पम्प स्कीम में धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं. सरकार की तरफ से इस मामले में खुद अलर्ट किया गया है. सरकार ने ऐसी फर्जी वेबसाइट और मोबाइल अप्लीकेशन से सावधान रहने के लिए कहा है. दरअसल, मोदी सरकार ने पीएम कुसुम योजना को साल 2019 में शुरू किया गयाा, जिसके बाद बजट 2020 में इसे 2022 तक बढ़ा दिया गया है. इस योजना के तहत किसानों को सब्सिडी पर सोलर पैनल मिलते हैं, जिससे वे बिजली बना सकते हैं. जरूरत भर बिजली का इस्तेमाल करके वे बाकी बिजली बेच कर अतिरिक्त इनकम कर सकते हैं.
PM Kusum के नाम पर धोखाधड़ी
रिन्युअल एनर्जी मिनिस्ट्री (MNRE) के मुताबिक, सोलर पम्प की स्कीम पर किसानों के साथ धोखाधड़ी हो रही है. सरकार ने प्रधानमंत्री-कुसुम योजना के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली वेबसाइटों से सावधान किया है. मंत्रालय का कहना है कि कई फर्जी वेबसाइट और मोबाइल एप्लिकेशन आवेदकों से प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (प्रधानमंत्री-कुसुम योजना) के नाम पर किसानों से सोलर पम्प लगाने के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के साथ रजिस्ट्रेशन शुल्क व पंप की कीमत का ऑनलाइन भुगतान करने को कह रहे हैं. इनमें से कुछ फर्जी वेबसाइट डोमेन नाम * .org, * .in, * .com में रजिस्टर्ड हैं. जैसेकि www.kusumyojanaonline.in.net, www.pmkisankusumyojana.co.in, www.onlinekusamyojana.org.in, www.pmkisankusumyojana.com और इसी तरह की कई अन्य वेबसाइट हैं.
मंत्रालय ने साफ तौर पर कहा है कि पीएम-कुसुम योजना के लिए आवेदन करने वाले सभी किसान धोखाधड़ी करने वाली वेबसाइटों पर न जाएं और कोई भी पेमेंट न करें. प्रधानमंत्री-कुसुम योजना को राज्य सरकार के विभागों की ओर से लागू कराया जा रहा है. मंत्रालय का कहना है कि MNRE की आधिकारिक वेबसाइट www.mnre.gov.in पर विजिट कर अथवा टोल फ्री नंबर 1800-180-3333 डायल कर योजना की जानकारी ली जा सकती है.
20 लाख किसानों को मिलेगी मदद
TRENDING NOW
इस योजना के तहत 20 लाख किसानों को सोलर पंप लगाने में मदद की जाएगी. 15 लाख किसानों को ग्रिड से जुड़े सोलर पंप लगाने के लिए धन मुहैया कराया जाएगा. इस योजना पर सरकार ने 34,422 करोड़ रुपए खर्च करने का एलान किया है. इस योजना के जरिए बिजली या डीजल से चलने वाले सिंचाई पंप को सोलर एनर्जी से चलने वाले पंप में बदला जाएगा.
सोलर पैनल से पैदा होने वाली बिजली का इस्तेमाल पहले अपने सिंचाई के काम में करेंगे. उसके अलावा जो बिजली अतिरिक्त बचेगी, उसे विद्युत वितरण कंपनी (DISCOM) को बेचकर 25 साल तक आमदनी कर सकते हैं. इससे डीजल और बिजली खर्च में बचत के साथ-साथ प्रदूषण भी कम होगा. सोलर पैनल 25 साल तक चलेगा और इसका रखरखाव भी आसान है. इससे जमीन के मालिक या किसान को हर साल एकड़ 60 हजार रुपए से 1 लाख रुपए तक आमदनी अगले 25 साल तक हो सकती है.
PM Kusum: 90% मिलती है छूट
पीएम-कुसुम योजना के तहत किसानों को अपनी जमीन पर सोलर पैनल स्थापित करने के लिए केवल 10 फीसदी रकम का भुगतान करना होता है. केंद्र और राज्य सरकारें किसानों को बैंक खाते में 60 फीसदी सब्सिडी की रकम देती है. इसमें केंद्र और राज्यों की ओर से बराबर का योगदान देने का प्रावधान है. दूसरी ओर, बैंक की ओर से 30 फीसदी लोन का प्रावधान है. इस लोन को किसान अपनी होने वाली आमदनी से आसानी से भर सकते हैं.
पीएम कुसुम योजना के तहत आवेदन के लिए सरकारी वेबसाइट https://mnre.gov.in/ पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा. इसके लिए आधार कार्ड, प्रॉपर्टी के दस्तावेज और बैंक खाते की जानकारी देनी होगी. सोलर प्लांट लगवाने के लिए जमीन विद्युत सब-स्टेशन से 5 किलोमीटर तक दायरे में होनी चाहिए. किसान सोलर प्लांट खुद या डेवलपर को जमीन पट्टे पर देकर लगवा सकते हैं.
ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें
Zee Business App: पाएं बिजनेस, शेयर बाजार, पर्सनल फाइनेंस, इकोनॉमी और ट्रेडिंग न्यूज, देश-दुनिया की खबरें, यहां देखेंं Zee Business Live, अभी डाउनलोड करें ज़ी बिजनेस ऐप.
01:28 PM IST